'लेखक' होना
लिख लेता हूँ,
मन करता है तो
लिख लेता हूँ,
रिकॉर्ड करने को,
गहन भावों में
डूबते हुए,
संजो लेने,
दुःख और प्रेम
उड़ेल कर,
साझा करने
सहज होने को
लिख लेता हूँ।
लिख लेता हूँ,
शौकिया,
कविताएँ, लेख, संस्मरण,
कुछ कुछ,
छप भी जाता है।
मगर, मात्र
लिखने भर से,
प्रकाशित होने से,
कोई 'लेखक' नहीं
बन जाता ।
'लेखक' बनना !!
बड़ा कठिन है।
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सादर नमस्कार।
ReplyDeleteकृपया १९ को २० पढ़े।
बिल्कुल सही लिखा है आपने, सार्थक रचना ।
ReplyDeleteहार्दिक धनयवाद !
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Deleteहार्दिक धनयवाद !
ReplyDeleteसटीक।
ReplyDeleteसार्थक विचार।