Friday, April 21, 2023

सृष्टि का खेल है बड़ा निराला,
मंद या तीव्र गति से बदलते जाना। 

हमारे जीवन की प्रकृति है चुकते जाना, 
बदलते नए दौर में जीते जाना, 
सुख-दुःख आवेग-अवसाद में, 
डूबते-सिमटते अंततः मिट जाना।