Monday, February 14, 2022

 जबसे तय किया ! वहाँ जाना नहीं है,
मुकम्मल तौर पर वहीँ रहने लगा है।


Thursday, February 10, 2022

अच्छा हो !

 कितना अच्छा हो !
गर शाम ही न हो !!

Tuesday, February 8, 2022

जैसे हवा

समायी जाती है ऐसे आके हौले से,   
फ़ैलती आती हो जैसे हवा सूने में !