Monday, November 4, 2019

नव ऋतू,

Rakesh Tewari
Published by Rakesh TewariSeptember 23
नव ऋतू,
पग नान्हें,
बढ़ा रही,
धरती हरियाली,
छाय रही।
कांस खिले,
पाँतिन
पाँतिन,
बगुला पांखी
सिहराय रही।

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