Explorer's Blog
Thursday, December 3, 2020
मुक्त हुए
'मुक्त हुए'
भावों के,
पिंजर में आकुल ,
छटपट करते,
क्या करते !!
फिर, गीत रचे,
न न कहते,
सब व्यक्त किए
फिर मुक्त हुए !!
No comments:
Post a Comment
Newer Post
Older Post
Home
Subscribe to:
Post Comments (Atom)
No comments:
Post a Comment