चल कर देखें
वक्त ने एक मौक़ा दिया है 'भारतीय पुरातत्त्व सर्वेक्षण विभाग' के साथियों के साथ विभाग को सौंपी गयी ज़िम्मेदारियों को निभाने का, पूरी कोशिश रहेगी पूरा करने की।
नए दौर में नई उम्मीदें, नए सपने, लाज़िमी हैं। इन्हे असल ज़मीन पर आंकना और लाना सब की ईमानदार कशिश पर टिकता है। इस काम में साझीदारी ज़रूरी है सरकारी और गैर सरकारी सभी सरोकारों की।
एक लय में तय न होगा, ये मुकामी फैसला,
कुछ कदम हम भी चले, इतना रहेगा हौंसला।
छोटे-छोटे कदम रखते बढ़ते जाने का काम हमारा है, ठिकाना कब मिलेगा बिना यह सोचे। चलिए चल कर देखें।
बुज़ुर्ग कहते हैं - चलने वालों को निगाह मिल ही जाती है।
वक्त ने एक मौक़ा दिया है 'भारतीय पुरातत्त्व सर्वेक्षण विभाग' के साथियों के साथ विभाग को सौंपी गयी ज़िम्मेदारियों को निभाने का, पूरी कोशिश रहेगी पूरा करने की।
नए दौर में नई उम्मीदें, नए सपने, लाज़िमी हैं। इन्हे असल ज़मीन पर आंकना और लाना सब की ईमानदार कशिश पर टिकता है। इस काम में साझीदारी ज़रूरी है सरकारी और गैर सरकारी सभी सरोकारों की।
एक लय में तय न होगा, ये मुकामी फैसला,
कुछ कदम हम भी चले, इतना रहेगा हौंसला।
छोटे-छोटे कदम रखते बढ़ते जाने का काम हमारा है, ठिकाना कब मिलेगा बिना यह सोचे। चलिए चल कर देखें।
बुज़ुर्ग कहते हैं - चलने वालों को निगाह मिल ही जाती है।
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