कभी रस राग में रमना, कभी बेजार हो जाना ।
नहीं आसान है, फिर से, वही जीना वही मरना।।
नहीं आसान है, फिर से, वही जीना वही मरना।।
बहुत हसरत से लिखा है, हरफ़ हर, भाव में भीना,
समझ जाओगे तुम शायद, सबर रख कर इन्हें पढ़ना।।
समझ जाओगे तुम शायद, सबर रख कर इन्हें पढ़ना।।
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