Wednesday, August 27, 2025

सफर में !!

सफर में !!
चाहे अनचाहे,
चलना तो,
पड़ता ही है ।

हर मुकाम से आगे,
कैसा भी हो !
चलना तो.
पड़ता ही है ।

प्यारी, कसकती
स्मृतियाँ समेटते,
चलना तो.
पड़ता ही है।

साथ में,
निरा अकेले,
चलना तो
पड़ता ही है ।

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