Explorer's Blog
Sunday, July 20, 2025
'
आई सावनी फुहार !!'
आई सावनी फुहार,
लइके बरखा बहार,
भीजे तन मन तार !!
हरियर हरियर,
बाग बागइचा
हरियर सुघ्घर बान !!
केश भिजावै,
आनन भीजै,
अंजुरी भरि भरि पान !!
बहै सावनी बयार,
झूलै झू s ला हजार,
आई सावनी फुहार !!
-------
रा
केश तिवारी : 17 July 2025
No comments:
Post a Comment
Newer Post
Older Post
Home
Subscribe to:
Post Comments (Atom)
No comments:
Post a Comment