Thursday, September 19, 2019

बाढें दिन चौमास कै

Rakesh Tewari updated his cover photo.
बाढें दिन चौमास कै, बाढ़े उतनै प्रीत,
जैसे बाढें लतर वन, तिन्नी बाढ़े ताल,
बिरही सुमिरै दिन गिनै, पाले मन में आस,
लपकौ अरबर मेघ अब, वै बैठे हैं रूठ, चौमासे में घूम.
Comments
  • LaxmiPrasad Dubey Beautiful
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  • Akhileshwar Shrivastava It's reality of Nature. Thanks Sir to Share with Us.
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  • Falguni Krishanana दरवाजे का नीम पुरनिया हर्षित मन मुस्काया है,
    करने को कुछ मन की बतियाँ आँगन का मन आया है!
    सुनी छत का कोना कोना यादों से तब महका है,

    जब नगरी नगरी नेह लुटाता सघन गली से गुजरा है!!!
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    • Rakesh Tewari छत का कोना दूर क्षितिज से जा जा कर टकराता है,
      घन रस में भीजा तर-उप्पर तरल भाव बरसाता है।
      शिथिल हो चले तन-मन में रसिया घन सरियाता है,

      नेह सघन फिर रह-रह कर डैने दोनों फड़काता है।
      हरियाला मम नीम पुरनिया रूम-झूम लहराता है,
      अंगनाई में आते जाते गुन गुन मन बतियाता है।
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    • Subhash Tripathi भैया बहुत सुंदर रचना है आपकी
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  • Subhash Tripathi दीवाना हुआ बादल😍❣️
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  • Surendra Upadhyay अति मनोरम दृश्य
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  • Rajendra Yadav Bahut sunder panktiya hai sir.
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  • Sharma Sudhakar #नैण/#नयन

    नैण नैण पे जात है, नैण नैण के हेत |
    See More
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  • Subhash India HAPPY BIRTHDAY TO YOU.
  • Nagesh Dogra Jien saalon saal hanste khelte hum logon ki bhagwan ji se yehi kaamna hai.Happy birthday
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  • Rakesh Tewari घटा घनघोर।
    Image may contain: cloud, sky, tree, outdoor and nature
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