Friday, April 5, 2019

चला चली, ले चली, बनवा में रामा !

चला चली, ले चली,  · April 1 at 5:28 PM
खोड़वा पहाड़, कउआ खोह , सोनभद्र।
Nov 2018

चला चली,
ले चली, 
बनवा में रामा !
धाय धाय,
लुका छिपी,
ओहीं ठीहे रामा !
चला चली,
ले चली,
बनवा में रामा !
डेरा डंडा,
डाल ओहीं,
सँझिया हो रामा !
चला चली,
ले चली,
बनवा में रामा !
नून तेल
लकड़ी,
जुटाई ओहीं रामा !
चला चली,
ले चली,
बनवा में रामा !
पोदीना वारी
चटनी,
पिसाई ओहीं रामा !
चला चली,
ले चली,
बनवा में रामा !
चला चली
धू-अ-नी - ई
रमाई ओहीं रामा !
चला चली,
ले चली,
बनवा में रामा !
रोटी बाटी,
सोन्ह सोन्ही,
पाकी ओहीं रामा !
चला चली,
ले चली,
बनवा में रामा !
पखला के
सेज ओहीं,
खोहवा में रामा !
चला चली,
ले चली,
बनवा में रामा !
सनासनी
झींगुर
झनाई ओहीं रामा !
चला चली,
ले चली,
बनवा में रामा !
हलोरिया बयार
चली
ओही ठीहे रामा !
चला चली,
ले चली,
बनवा में रामा !
बेनिया डोलाइ, ओ
बंसरी बजाई,
बंसवारी ओहीं रामा !
चला चली,
ले चली,
बनवा में रामा !
मीठ मीठी
बतियां,
सुहाई ओहीं रामा !
चला चली,
ले चली,
बनवा में रामा !
धाय धाय,
लुका छिपी,
खेलीं ओहीं रामा !
चला चली,
ले चली,
बनवा में रामा !
सारी सारी
रतिया,
ओराई ओहीं रामा !
चला चली,
ले चली,
बनवा में रामा !
भोर भई
चिरई
जगाई ओहीं रामा !
चला चली,
ले चली,
बनवा में रामा !
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