Thursday, March 30, 2017

मौसम है

Rakesh Tewari
मौसम है
मौसम है रंग उड़ाने का,
मस्ती का, मस्तानों का,
बहकी, महकी बातों का, 
मादक महुए वालों का।
अफसानों का, अरमानों का,
मनचाही पेंग बढ़ाने का,
ऐय्यारी का, लफ्फाजी का,
मौसम है रंग उड़ाने का।
चंडूखाने की ख़बरों का,
इठलाने का, इतराने का,
कनफुसकी में जीने का,
मौसम है रंग उड़ाने का।
अपने ही मन की गाने का,
बेमसरफ उड़ जाने का,
मन आया सो बकने का,
मौसम है रंग उड़ाने का।
आँखों पर झाँपा कसने का,
अटक भटक कर, खोने का,
भरमाने का, खिझियाने का,
मौसम है रंग उड़ाने का।
बेबाती गाल बजाने का,
 कौओं से कान कटाने का,
 गरियाने, धूर उड़ाने का,
 मौसम है रंग उड़ाने का।
चरागाह में हलचल का,
रेवड़ ले कर चलने का,
भेड़ों पर घात लगाने का,
 मौसम है रंग उड़ाने का।
रंगों में छुप जाने का,
गैरों को गले लगाने का,
अपनों को और समझने का,
मौसम है रंग उड़ाने का।
ज़ज़्बातों में बहने का,
चालों का उड़न तरानों का,
चोला नया रंगाने का,
 मौसम है रंग उड़ाने का।
--------

No comments:

Post a Comment