Thursday, October 9, 2025

'बहते बेड़े पर --'

 'बहते बेड़े पर --'


अंदाज़े बयां, 
बहुतै बिजी, 
अभी बात करते, 
अभी मीटिंग में, 
बिसर गया, 
कल बताते,
कल बात करते,
दोपहर में, 
शाम में पक्का
 बात करते ! 

अभी बाहर, 
अभी अपने देस, 
अभी बीमार,
बात हो भी तो, 
बरजते बताते,
कुछ बता कर,
बकिया कल !

कल आता,
बमुश्किल कभी, 
बताते ईमानदार कोशिश, 
विचार कर रहे,
बस लगे हैं,
बस हुआ ही,
जल्द भेजते, 
बस होता होता, 
बहुत दिन आए गए। 
 
बिसर गए का !!
अरे नहीं,
सब याद है, 
बस हो जाए तो बताएं,
धीमा-तेज हुआ,
बताते हैं, 
बस अब होगा,
कचहरी की तारीख़ जैसी
तारीख़ दर तारीख़, 
हनुमान जी की पूँछ जैसी 
बात हो गई। 

बहुतै बकवास, 
बरसाती बखान,
बुड़बक बनाते,
बड़का वाले
बयान बीर 
क्या खूब !!
बहते बेड़े पर सवार !!!

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