5 April 2022
'धमाली' !!!
नदिया वन मरुथल में घूम !!
पर्वत पर्वत झूमो घूम !!
दुनिया न्यारी न्यारी घूम !!
सध जाए तो संग में घूम !!
वरना सकल अकेले घूम !!
घूम घूम रस चाखौ घूम !!
चाखौ सुधा घनेरी घूम !!
इक दिन पंछी उड़ जाएगा,
बन कर गगन विहारी घूम !!
धूम मचा कर घूम 'धमाली' !!!
धूम मचा कर घूम।!
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